रामनगरः वन विभाग के पिंजड़े में कैद हुआ बाघ! हैदराबाद भेजा जाएगा डीएनए सैंपल, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
रामनगर। रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज के ओखलढुंगा क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने एक बाघ को पिंजड़े में कैद किया है। माना जा रहा है कि ये वही बाघ हो सकता है जिसने बीते 8 जनवरी की शाम महिला को निवाला बनाया था। इधर बाघ के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। बता दें कि विगत दिनों कई इलाकों में बाघ ने 3 लोगों को अपना निवाला बनाया है। जिसमें एक महिला के साथ ही 2 पुरुष शामिल हैं। विगत 8 जनवरी को रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज में पड़ने वाले ओखलढुंगा गांव में घर के पास जंगल में लकड़ी लेने के लिए गई 48 वर्षीय महिला शांति देवी पर बाघ ने हमला कर दिया था, जिसमे महिला की मौत हो गयी थी। ग्रामीणों और वन विभाग को महिला का शव क्षत विक्षत हालत में मिला था, जिसके बाद ग्रामीणों में बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा 8 जनवरी की रात को ही घटना वाले क्षेत्र में कैमरा ट्रैप के साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए पिंजड़ा भी लगा दिया गया था। खबरों के मुताबिक शुक्रवार देर रात लगभग 10 से 11 बजे के बीच बाघ इस पिंजड़े में कैद हो गया। जिसको लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहे वन्यकर्मियों द्वारा देखा गया और उन्होंने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी। जिसके बाद बाघ को ओखलढुंगा क्षेत्र से रेस्क्यू कर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ढेला रेंज में स्थित रेस्क्यू सेंटर में लाया गया है, जहां डॉक्टरों द्वारा बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके साथ ही बाघ के डीएनए सैंपल सीसीएमबी हैदराबाद भेजे जा रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जिस महिला पर बाघ ने हमला किया था, यह वही बाघ है या नही।