विश्व पुस्तक दिवसः 'शिक्षा से जागरूकता’ जागरूकता से मतदान' विषय पर कार्यक्रम! अतिथियों ने किताबों की महत्ता पर डाला प्रकाश

हल्द्वानी। विश्व पुस्तक दिवस पर ‘शिक्षा से जागरूकता’ जागरूकता से मतदान’ विषय पर स्वीप कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान एमबीपीजी कॉलेज के लाल बहादुर शास्त्री सभागार में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी विवेक रॉय ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि पुस्तकों का हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। बचपन से लेकर जीवन के अंतिम पड़ाव तक पुस्तकों से हमारा गहरा नाता होता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में कंप्यूटर, मोबाइल एवं इंटरनेट ने पुस्तकों का स्थान ले लिया है, जिससे पुस्तकों के प्रति लोगों की रुचि कम हो रही है। ऐसे में विश्व पुस्तक दिवस जैसे आयोजनों से पुस्तकों के महत्व को पुनः रेखांकित करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि यह दिवस अतीत और भविष्य के बीच एक सेतु का कार्य करता है और विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि पुस्तकों से न केवल ज्ञान बढ़ता है बल्कि यह एक जागरूक नागरिक बनने की दिशा में भी सहायक होती हैं। कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी ने मतदान की प्रक्रिया एवं उसके महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रत्येक नागरिक का जागरूक होना आवश्यक है। सभी नागरिकों को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए तथा दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनावों के लिए जन.सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम में लेखकों व प्रकाशकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिससे उपस्थित जनसमूह भावविभोर हो गया। साथ ही ‘भारत के लोकतंत्र’ विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। कार्यक्रम में लेखक/प्रकाशक डॉ. पुष्पलता जोशी, प्रो. प्रभा पंत, सतीश पंत, दामोदर जोशी, डॉ. गजेन्द्र बड़ौनी, प्रदीप उपाध्याय, डॉ. एनएस बनकोटी तथा मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा व्याख्यान दिए गए।