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उत्तराखण्डः भ्रष्टाचार पर विजिलेंस की बड़ी चोट! सरकारी डॉक्टर रिश्वत लेते पकड़ा गया, रिपोर्ट बनाने के बदले मांगे थे 30 हजार रुपये

  • Awaaz Desk
  • December 28, 2025 08:12 AM
Uttarakhand: Vigilance strikes a major blow against corruption! A government doctor was caught accepting a bribe, demanding 30,000 rupees for preparing a report.

रुड़की। उत्तराखण्ड में एक बार फिर विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने हरिद्वार के रुड़की में सिविल अस्पताल से एक डॉक्टर को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद टीम द्वारा डॉक्टर से घंटों पूछताछ की गई, जिसके बाद टीम उन्हें अपने साथ देहरादून ले गई। बताया गया है कि चिकित्सक द्वारा मारपीट मामले में लीगल सप्लीमेंट्री रिपोर्ट बनाने के नाम पर 30 हजार रुपये की मांग की गई थी। जानकारी के मुताबिक डॉक्टर आभास सिंह का करीब एक माह पूर्व मसूरी से रुड़की के सिविल अस्पताल में ट्रांसफर हुआ है। शनिवार रात को डॉक्टर आभास सिंह सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में ड्यूटी पर थे। तभी अचानक देहरादून से विजिलेंस की टीम सिविल अस्पताल पहुंची और डॉक्टर आभास सिंह को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद टीम उन्हें लेकर उनके सरकारी आवास में गई और आवास में भी तलाशी ली। तलाशी के बाद विजिलेंस ने डॉक्टर आभास को आवास से गिरफ्तार किया। देहरादून विजिलेंस टीम के मुताबिक डॉक्टर आभास पर आरोप है कि मारपीट के मामले में घायल हुए एक व्यक्ति से लीगल सप्लीमेंट्री रिपोर्ट बनाने के नाम पर उन्होंने 30 हजार रुपयों की मांग की थी, जिस पर पीड़ित द्वारा इस बात की जानकारी देहरादून विजिलेंस की टीम को दी गई थी। योजना के मुताबिक शनिवार देर शाम विजिलेंस टीम शिकायतकर्ता के साथ रुड़की सिविल अस्पताल पहुंची। शिकायतकर्ता ने डॉक्टर आभास को रुपए देने के लिए ब्लड बैंक के पास बुलाया। शिकायतकर्ता ने केमिकल लगे हुए 20 हजार रुपये डॉक्टर आभास को जैसे ही दिए, उसी दौरान विजिलेंस की टीम ने डॉक्टर को रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद टीम द्वारा चिकित्सक के घर की भी तलाशी ली गई और डॉक्टर से लंबी पूछताछ की गई। इसके बाद विजिलेंस की टीम डॉक्टर को अपने साथ देहरादून ले गई।


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