बिहार के सारण में शिक्षकों पर निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई! फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले छह शिक्षक निलंबित
सारण। बिहार के सारण जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, यहां फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र के आधार पर शिक्षक की नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर निगरानी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। मांझी प्रखंड में पदस्थापित छह नियोजित शिक्षकों के फर्जी दस्तावेज का मामला सामने आने के बाद विभाग ने सभी पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। निगरानी विभाग के सहायक पुलिस उपाधीक्षक सह जांचकर्ता पवन कुमार ने मांझी थाने में सभी छह शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) निशांत किरण ने नोडल पदाधिकारी (निगरानी जांच) सह स्थापना डीपीओ धनंजय पासवान और मांझी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजकर सभी आरोपित शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया है। डीईओ निशांत किरण ने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिका के आलोक में मांझी प्रखंड के शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया जा रहा था। सत्यापन के दौरान संबंधित बोर्डों के सचिवों से रिपोर्ट मंगाई गई। प्राप्त प्रतिवेदन में कई प्रमाणपत्र फर्जी और त्रुटिपूर्ण पाए गए, जिसके बाद निगरानी विभाग ने कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। डीईओ ने आगे बताया कि निलंबन के बाद विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। साथ ही कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले किसी भी शिक्षक को बख्शा नहीं जाएगा। जानकारी के अनुसार जिले के अन्य प्रखंडों में भी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन अंतिम चरण में है। अंतिम रिपोर्ट आने के बाद अन्य फर्जी शिक्षकों के नाम भी सामने आ सकते हैं।