उत्तराखण्डः दीपावली पर वन विभाग अलर्ट मोड में! उल्लुओं के शिकार की आशंका के चलते कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

रामनगर। दीपावली के मौके पर जंगल में उल्लुओं के शिकार की आशंका को देखते हुए वन महकमा अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है। इस दौरान वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और सभी फील्ड कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इसी के साथ रात्रिकालीन गश्त को तेज कर दिया गया है। दरअसल तांत्रिक गतिविधियों और अंधविश्वास के चलते हर साल दीपावली के समय उल्लुओं का शिकार बढ़ जाता है। कुछ लोगों का ऐसा अंधविश्वास है कि लक्ष्मी पूजा के दौरान उल्लू जो देवी लक्ष्मी का वाहन है कि बलि देने से धन और समृद्धि प्राप्त होती है। इसी भ्रामक धारणा के चलते देश भर के कई इलाकों में उल्लुओं की तस्करी और हत्या के मामले सामने आते हैं। इस मुहिम में उत्तर प्रदेश वन विभाग भी कॉर्बेट प्रशासन के साथ मिलकर अभियान चला रहा है। वन्यजीव प्रेमी छिम्वाल कहते है कि हर साल दीपावली के दौरान उल्लुओं के शिकार की कोशिशें होती हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग अंधविश्वास के कारण ऐसे निर्दोष पक्षियों की जान ले लेते हैं। वहीं कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के एसडीओ अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि दीपावली के दौरान उल्लू के शिकार की संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने पूरी टीम को अलर्ट किया है। सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। गश्त बढ़ाई गई है और सीमा क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।