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हृदय विदारक त्रासदीः मां की चिता को अग्नि देने से पहले बेटे को आया हार्ट अटैक! श्मशान घाट में ही टूट गई सांसें, एक ही परिवार में दो मौतों से मचा कोहराम

  • Awaaz Desk
  • December 24, 2025 10:12 AM
Heartbreaking tragedy: Son suffers heart attack before lighting mother's funeral pyre! He dies at the crematorium, two deaths in the same family cause chaos.

नई दिल्ली। राजस्थान के बीकानेर से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। यहां मां की मौत के तुरंत बाद बेटे की मौत होने से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। दरअसल श्मशान घाट पर अपनी मां का अंतिम संस्कार कर रहे बेटे का अचानक हार्ट अटैक आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मामला बीकानेर जिले के नोखा का है। खबरों के अनुसार नोखा गांव में 88 साल की मृतक तारादेवी को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। बेटा सुभाष मां को कंधों पर श्मशान घाट के पहले गेट तक ले गया। जहां पंडित ने बेटे सुभाष के हाथों पूजा करवाई और जैसे ही सभी श्मशान घाट के दूसरे द्वार पर स्थित अंतिम दाह संस्कार स्थल पर पहुंचे, वहीं अचानक तारादेवी के बेटे सुभाष गश खाकर गिर गए। सुभाष के गिरते ही वहां मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें संभाला, पानी के छींटे डाले, लेकिन तब तक उनका शरीर निढाल हो चुका था। आनन-फानन में उन्हें नोखा अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने हार्ट अटैक से उनकी मौत हो जाने की पुष्टि की। बताया जाता है कि तारादेवी खत्री का रविवार रात को निधन हुआ था। उसके पोते बेंगलुरु में रहते हैं। ऐसे में सोमवार शाम चार बजे उनके आने के बाद तारादेवी का अंतिम संस्कार किया गया। शाम का समय हो चुका था ऐसे में सुभाष चंद्र का अंतिम संस्कार करना भी संभव नहीं था। हॉस्पिटल में मौजूद परिजन और उनके परिचितों ने उनकी मौत की खबर को किसी को नहीं बताने का निर्णय लिया। पूरी रात सुभाष चंद्र का शव हॉस्पिटल में ही रखा गया। मंगलवार सुबह सुभाषचंद्र का शव घर लाया गया और उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। सुभाष चंद्र खत्री जलदाय विभाग से सेवानिवृत्त थे। एक ही परिवार एक साथ दो मौतों के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 


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