रामनगरः बाघ के हमले में महिला की मौत का मामला! नहीं थम रहा ग्रामीणों का आक्रोश, पिंजड़ा लगाने गए वनकर्मी के साथ मारपीट
रामनगर। रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले कोटा रेंज के ओखलढुंगा क्षेत्र में टाइगर के हमले में महिला की मौत के बाद ग्रामीणों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों का आक्रोश उस समय भड़क गया, जब वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पिजड़ा लगाने गए थे। इस दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने वनकर्मी के साथ मारपीट कर दी। दरअसल पिछले दिनों यहां लकड़ी लेने जंगल गई एक महिला पर बाघ ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद ग्रामीण काफी नाराज थे। बताया जा रहा है कि वन विभाग का कर्मचारी बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पिंजड़ा लगाने पहुंचा था। तभी आक्रोशित ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट कर दी। जिसका वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाया है जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दें कि रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले ओखलढुंगा ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार शाम एक महिला को टाइगर ने मौत के घाट उतार दिया। महिला का नाम शांति देवी पत्नी नवीन चंद्र था। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने घटनास्थल पर ही महिला का शव रखकर वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की मांग को लेकर देर रात तक प्रदर्शन किया था, जिसके बाद वन विभाग द्वारा उच्च अधिकारियों की अनुमति लेकर मौके पर ग्रामीणों की मांग को देखते हुए पिंजड़ा लगाया गया। वहीं बुधवार को दूसरा पिंजड़ा लगाने गए वनकर्मी जसवंत सिंह रावत को ग्रामीणों ने घेर लिया और मारपीट की। ग्रामीणों का आरोप था कि वनकर्मी ने उनको धमकी दी, जिसका वीडियो किसी के द्वारा बनाया गया था जो अब वायरल हो रहा है। उधर इस मामले में रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने कहा कि हमारे द्वारा ग्रामीणों की सभी मांगों को मानते हुए कार्रवाई की जा रही थी। उन्होंने कहा कि इस तरीके की घटना बेहद ही शर्मिंदगी वाली घटना है। उन्होंने कहा कि वनकर्मी के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।