रजत जयंती उत्सव के तहत दून यूनिवर्सिटी में सजा प्रवासी उत्तराखंडियों का संगम! देशभर से पहुंचे प्रवासियों ने राज्य की दिशा और विकास पर किया मंथन
देहरादून। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर प्रदेशभर में रजत जयंती उत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान 1 नवंबर से 9 नवंबर तक तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आगामी 9 नवंबर को देहरादून स्थित एफआरआई में राज्य स्थापना दिवस को लेकर मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिरकत करेंगे। वहीं आज 5 नवंबर को दून यूनिवर्सिटी में प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 11 राज्यों से करीब 199 से अधिक प्रवासी शामिल हुए। बता दें कि उत्तराखंड में दूसरी बार प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इससे पहले साल 2024 में पहली बार इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सम्मेलन में उत्तराखंड राज्य की दिशा और दशा पर मंथन किया गया। सम्मेलन में तमाम सत्रों के जरिए अलग-अलग बिंदुओं पर चर्चा की गई। जिसमें मुख्य रूप से सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्लानिंग, सर्कुलर इकोनामी, कल्चरल एक्सप्रेशंस ऑफ उत्तराखंड, एंपावरिंग वूमेन थ्रू लाइवलीहुड इन उत्तराखंड हिल्स, पब्लिक हेल्थ चैलेंजेस विषय शामिल रहा है। सम्मेलन में देश के 11 राज्यों हरियाणा, गुजरात, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश से 287 प्रवासियों ने सम्मेलन में शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिसमें से कुल 199 प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन के शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इन सभी प्रवासियों ने अपने राज्य से दूर रहकर उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को संजो कर रखा है। साथ ही अपनी संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास भी कर रहे हैं। ऐसे में यह सभी प्रवासी, उत्तराखंड राज्य के सच्चे ब्रांड एंबेसडर हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पहचान और गौरव को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सभी प्रवासियों की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है।