बुल्ली बाई एप ब्रेकिंग:गिरफ्तार निरज बिश्नोई ने पुलिस का उड़ाया मज़ाक, कहा स्लम बाई पुलिस!पिता ने कहा एक न्यूज चैनल देखता था नीरज,उसी का पड़ा होगा प्रभाव

मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाने वाली बुल्ली बाई एप मामले में कल कंप्यूटर इंजीनियरिंग के छात्र नीरज बिश्नोई ने मुंबई पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारियों के लिए पुलिस का जमकर मजाक उड़ाया और खुलेआम चुनौती दे डाली।नीरज ने ट्वीट करके मुंबई पुलिस को ‘स्लम बाई पुलिस’ बताया और गलत लोगों को गिरफ्तार करने की बात कहते हुए मज़ाक उड़ाया।
अपने ट्विटर अकॉउंट पर आरोपी ने ये बात कबूल की है कि बुल्ली बाई एप उसी ने बनाई है, उसने मुंबई पुलिस से बेकसूर लोगों को जल्द रिहा करने को कहा। पुलिस की इंटेरोगेशन में उसने कई राज खोले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसने ऐप बनाने और ट्विटर अकाउंट्स को लेकर कई बातों का खुलासा किया। उसने बताया कि उसने बुल्ली बाई एप नवंबर में ही बना लिया था, लेकिन इसे दिसंबर में अपडेट कर मुस्लिम महिलाओं को तस्वीरें डालीं। कोर्ट ने बुली बाई केस में गिरफ्तार नीरज को सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
इस मामले में पुलिस ने कहा कि ऐप के बारे में बात करने के लिए उसने एक और ट्विटर अकाउंट बनाया था। एक अन्य खाते का उपयोग करते हुए नीरज ने कहा कि 'आपने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है'। नीरज ने ऐसी हरकत क्यों की और इस साजिश में इसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं इसकी जांच जारी है।
उधर नीरज के पिता दशरथ बिश्नोई ने द क्विंट को बताया कि नीरज को असम सरकार की तरफ से एक लैपटॉप मिला था, जब उसने दसवीं कक्षा में 86% अंक प्राप्त किए थे और तब से वह हमेशा अपने लैपटॉप पर रहता है. वह इसका इस्तेमाल पढ़ाई के लिए करता है. आप जोरहाट में हमारे किसी भी पड़ोसी से पूछ सकते हैं. मेरे बेटे का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है."
दशरथ ने दावा किया कि उन्होंने कभी अपने बेटे को "इस्लामोफोबिक या सेक्सिस्ट टिप्पणी" करते नहीं सुना.
उन्होंने ने द क्विंट को बताया कि उनका बेटा एक न्यूज चैनल देखता था, और शायद इसका उस पर कुछ असर हुआ हो... उसने एक साल पहले उस चैनल को देखना बंद कर दिया था."